Monday 27 August 2018

Thyroid Treatment In Ayurveda

  • Thyroid
Thyroid गले मे पाये जानेे वाली ग्रन्थि होती हैं। यह गले के आगे वाले हिस्से में वोकल कॉर्ड के दोनों ओर दो भागो में पाई जाती हैं, इसका आकार तितली के समान होता हैं। इससे थायरोक्सिन हॉर्मोन बनता है,इस हॉर्मोन के संतुलन बिडग जाने से यह रोग हो जाता है।

थाइराइड शरीर की Metabolic क्रिया को नियंत्रित करता है। इसके साथ ही यह आयोडिन का उपयोग करके आवश्यक थाइराइड हॉर्मोन्स बनाता है ओर शरीर के सभी हिस्सों तक पहुँचता है।

थाइराइड की समस्या महिलाओं में ज्यादा होती है। महिलाओं में यह रोग समय के साथ बढ़ता जाता है तथा कई बार इसके लक्षण पता होने तक इस रोग की शिकार हो चुकी होती है क्योकि इसके लक्षण समझ मे ही नही आते हैं। सबसे सामान्य थायराइड प्रॉब्लम होती है वो है थायराइड हॉर्मोन्स का सही मात्रा में प्रोडक्शन ना होना।
  • यह दो प्रकार का हो जाता है।
  • हाइपो थयरोइडिस्म
  • इस अवस्था मे व्यक्ति के शरीर मे थायरोक्सिन का स्त्राव अवश्यकता से कम होने लगता है।
  • हाइपर थायरोइडिस्म
  • इस अवस्था मे व्यक्ति के शरीर मे थयरोक्सिन का स्त्राव आवश्यकता से अधिक होने लगता है।
  • Thyroid के कारण
  • दवाइयों के ज्यादा इस्तेमाल ओर उनका साइड इफेक्ट से थायराइड की समस्या हो जाती है।
  • शरीर मे आयोडीन की मात्रा कम या ज्यादा होने पर भी थायराइड रोग हो जाता हैं।
  • आनुवंशिक कारण
  • ज्यादा तनाव लेने से थायराइड ग्लैंड पर असर पड़ता है।
  • गर्भावस्था के समय हॉर्मोन्स के परिवर्तन इस कारण भी थायराइड की समस्या हो जाती है
  • प्रदूषण भी थायराइड का कारण हो सकता है।
  • Thyroid के लक्षण
  • वजन बढ़ना
  • जल्द थकान महसूस होना
  • त्वचा और नाखून का रूखापन होना
  • यादाश्त कमजोर होना
  • मांसपेसियों ओर जोड़ो में दर्द होना
  • आंखों में सूजन आना
  • पीरियड्स में बदलाव आना
  • Thyroid का आयुर्वेदिक उपचार
  • कचनार- कचनार थायराइड के उपचार के लिए बहुत ही लाभकारी है। कचनार की छाल को लेकर उसका काढ़ा तैयार कर लेवें, उसे दिन में 2 से 3 बार लेते रहे। ऐसा रोज करते रहने से थायराइड से छुटकारा मिल जाता है।
  • अश्वगन्धा- अश्वगन्धा के चूर्ण का 1 चम्मच रोज सुबह शाम दूध के साथ लेने से थायराइड में फायदा होता है।
  • मुलेठी- मुलेठी के सेवन से थायराइड ग्रंथि में संतुलन बना रहता है। मुलेठी के सेवन करते रहने से थायराइड से होने वाली थकान दूर होती है और साथ ही थायराइड की समस्या से छुटकारा मिलता है।
  • ब्राह्मी- ब्राह्मी थायराइड को उत्तेजित करने में मदद करता है, इसके निरंतर उपयोग से थायराइड में आराम मिलता है।
  • Thyriod का घरेलू उपचार
  • थायराइड की समस्या से छुटकारा पाने के लिए दूध ज्यादा से ज्यादा पिये, थायराइड में दूध बहुत ही असरकारक होता है।
  • लौकी का जूस थायराइड में बहुत ही फायदेमंद होता है, इसे रोज सुबह खाली पेट पिने से थायराइड की समस्या दूर हो जाती है।
  • नारियल पानी थायराइड को नियंत्रित करता है, रोज नारियल पानी पीने से थायराइड में आराम मिलता है।
  • काली मिर्च के सेवन से थायराइड को नियंत्रित किया जा सकता है। इसका सेवन आप किसी भी प्रकार से कर सकते है।
  • विटामिन ए थायराइड को कम करने में मदद करता है। हरी पत्तेदार सब्जियों ओर गाजर आदि में विटामिन ए अधिक मात्रा में पाया जाता है।
  • योग
  • योग यह प्राकतिक उपचार होता है, योग शरीर मे किसी भी रूप में फायदा पहुँचता है। योग करने से थायराइड से छुटकारा मिल जाता है। रोज सुबह 20 से 30 मिनट तक योग करने से थायराइड की समस्या पूर्णतया दूर हो जाती है। योग, योग गुरु से प्रशिक्षण लेने के बाद करे। यह योग निम्न है- मत्यासन, हलासन, विपरीत कर्णी आदि।

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