- Constipation (कब्ज)
आयुर्वेद के अनुुुसार कब्ज वात के असंतुलन के कारण होती हैं। वात के असंतुलन से शरीर मे अवरोध उत्पन्न हो जाता हैं जिससे पाचन क्रिया भी असंतुलन हो जाती है इस असंतुलन से कब्ज हो जाती है।
अवसाद और रुमेटोइड आर्थराइटिस वाले रोगी में संबंधित लक्षण के रूप में कब्ज हो जाती है। कब्ज को हल्के में लेने के घातक नुकसान हो सकते है। जो कई बीमारियों की जड़ है।कब्ज के करण सिर दर्द, एसिडिटी, ओर पाइल्स जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
हमारे भोजन में तरल पदार्थ और फाइबर की कमी के कारण भी कब्ज हो जाती है जिससे मल त्याग करने में परेशानी होती है।
Treat Tips for Constipation (कब्ज) |
- Constipation (कब्ज) होने के कारण
- भोजन का फाइबर युक्त न होना।
- तरल पदार्थ का कम उपयोग।
- कम मात्रा में पानी का पीना।
- ज्यादा बैठे रहना, महेनत न करना ।
- चाय,कॉफी का अधिक सेवन करना ।
- फास्ट फूड का अधिक सेवन।
- समय पर भोजन ना करना।
- तनाव व अवसाद का होना।
- Constipation (कब्ज) से बचने के उपाय
- संतुलित भोजन: कब्ज को दूर करने के लिये संतुलित भोजन का करना बहुत ही आवश्यक है।अपने भोजन में ज्यादा फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, फूलगोभी, किसमिश, अजवाइन, सेम व भोजन के साथ सलाद का भी उचित मात्रा उपयोग करे। बाहर का खाने और ज्यादा तले हुए भोजन से बचें।
- पानी: एक सामान्य व्यक्ति दिनभर में प्यास लगने पर पानी पीना चाहता है लेकिन कब्ज जैसी बीमारी में पानी का अधिक सेवन आंतों को नरम बनाता है ओर कब्ज को दूर करता है।
- इसबगोल: इसबगोल का नाम आप सब ने सुना होगा इसबगोल को रात में 2 से 3 चम्मच गुनगुने पानी मे लेने से कब्ज जैसी शिकायत दूर हो जाती है।
- त्रिफला चूर्ण: त्रिफला चूर्ण का उपयोग भी कब्ज में आराम देता है।त्रिफला चूर्ण रात में 1 चम्मच गर्म पानी से लेने पर कब्ज दूर हो जाती है तथा इसका नियमित सेवन कब्ज को जड़ से मिटा देता है।
- मुनक्का: मुनक्का में फाइबर्स होते है जो पाचन क्रिया को ठीक करता है। रोज 10 से 15 मुनक्का खाने से कब्ज दूर हो जाती हैं।
- व्यायाम: व्यायाम हमारे शरीर मे एनर्जी देने के साथ हमारे पेट को भी ठीक रखता है। एक जगह बैठे रहने से तथा कोई मेहनत ना करने से कब्ज की शिकायत हो जाती है उनके लिए व्यायाम लाभकारी है जेसे सुबह दौड़ना, सायकिल चलाना,स्विमिंग करना,पैदल चलना आदि।
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