- High BP (उच्च रक्तचाप)
हमारी धमनियों में बहने वाले रक्त का एक निश्चित दबाव होता है। जब यह दबाव बढ़ जाता है तो धमनियों पर दबाव बढ़ जाता है तथा इस अवस्था को High BP यानी उच्च रक्तचाप कहते है।
एक सामान्य व्यक्ति की रक्तचाप की दर 120/80 होती है। High BP होने पर दिल का दौरा, नस फटने, किडनी खराब होने की संभावना बढ़ जाती है।
How To Control High BP (उच्च रक्तचाप) |
- High BP (उच्च रक्तचाप) के कारण
- रक्त संचार अनियंत्रित होना।
- मानसिक तनाव, चिंताग्रस्त रहना।
- शरीर में कोलेस्ट्रॉल का जमना।
- मोटापा बढ़ना।
- शारीरक परिश्रम की कमी।
- अधिक तला हुआ भोजन करना।
- फास्ट फूड का अधिक सेवन।
- High BP (उच्च रक्तचाप) के लक्षण
- घबराहट होना,पसीना आना।
- शरीर मे कम्पन होना।
- चक्कर आना,आँखों से धुंधला दिखाई देना।
- बिना काम किये थकान महसूस होना।
- सर दर्द होना।
- सांस लेने में तकलीफ होना।
- Higb BP (उच्च रक्तचाप) का उपचार
- Check up: नियमित रूप से ब्लड प्रेशर की जांच कराते रहना चाहिए जिससे ब्लड प्रेशर की सही स्थिति का पता चलता रहता है ताकि समय रहते कंट्रोल किया जा सकता है।
- सर्पगंधा: सर्पगंधा के चूर्ण का सेवन रोज सुबह शाम करने से उच्च रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है।
- अर्जुन की छाल: अर्जुन की छाल का पाउडर दिल के बीमारी को ठीक करने के साथ साथ यह उच्च रक्तचाप को भी कम करने में भी सहायता करता है।
- त्रिफला चूर्ण: यह रक्त परिसंचरण में सुधार करता है ब्लड में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है तथा उच्च रक्तचाप को कम करने में भी मदद करता है।
- गौ मूत्र: यह हर बीमारी के लिए फायदेमंद होता है सुबह खाली पेट देसी गाय का गौ मूत्र पीने से उच्च रक्तचाप नियंत्रण हो जाता है।
- व्यायाम: रोजाना हल्का व्यायाम करे और सुबह उठकर टहले इन सब से उच्च रक्तचाप को काफी हद तक नियंत्रण किया जा सकता है।
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